Ø दिन - मंगलवार
Ø विक्रम संवत - 2074
Ø शक संवत -1939
Ø अयन - दक्षिणायण
Ø ऋतु - शरद
Ø गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार मास - अश्विन
Ø मास - कार्तिक
Ø पक्ष – कृष्ण
Ø तिथि - त्रयोदशी
Ø नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी
Ø योग - ब्रह्म
Ø राहुकाल - शाम 03:16 से शाम 04;42 तक
Ø सूर्योदय - 06:36
Ø सूर्यास्त - 18:11
Ø दिशाशूल - उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण - भौमप्रदोष व्रत, धनतेरस, धन्वंतरि
जयंती, यम दीपदान, सक्राति (पुण्यकाल सुबह 08:37 से शाम 04:37 तक)
💥 विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता
है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌞
~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞
🌷 नरक चतुर्दशी 🌷
🙏🏻 नरक चतुर्दशी के दिन चतुर्मुखी दीप का दान करने से नरक भय से
मुक्ति मिलती है । एक चार मुख ( चार लौ ) वाला दीप जलाकर इस मंत्र का उच्चारण करना
चाहिये – ” दत्तो दीपश्वचतुर्देश्यां नरकप्रीतये मया ।चतुर्वर्तिसमायुक्तः
सर्वपापापनुत्तये ॥
“👉🏻 ( नरक चतुर्दशी के दिन नरक के अभिमानी देवता की प्रसन्नता के
लिये तथा समस्त पापों के विनाश के लिये मै चार बत्तियों वाला चौमुखा दीप अर्पित
करता हूँ।)
🙏🏻 यद्यपि कार्तिक मास में तेल नहीं लगाना चाहिए, फिर
भी नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेल-मालिश (तैलाभ्यंग) करके स्नान
करने का विधान है। 'सन्नतकुमार संहिता' एवं धर्मसिन्धु ग्रन्थ के अनुसार इससे नारकीय यातनाओं से रक्षा
होती है। जो इस दिन सूर्योदय के बाद स्नान करता है उसके शुभकर्मों का नाश हो जाता
है।
🌷 आर्थिक परेशानी या कर्जा हो तो 🌷
🙏🏻 किसी को आर्थिक परेशानी या कर्जा हो तो भौम प्रदोष योग हो, उस
दिन शाम को सूर्य अस्त के समय घर के आसपास कोई शिवजी का मंदिर हो तो जाए और ५
बत्ती वाला दीपक जलाये और थोड़ी देर जप करें :
ये मंत्र बोले :–
Ø ॐ भौमाय नमः
Ø ॐ मंगलाय नमः
Ø ॐ भुजाय नमः
Ø ॐ रुन्ह्र्ताय नमः
Ø ॐ भूमिपुत्राय नमः
Ø ॐ अंगारकाय नमः
👉🏻 और हर मंगलवार को ये मंगल की स्तुति करें:- ” गर्णी
गर्भ शंभुतं, विधुत कान्ति समप्रभकुमारं शक्ति हस्त, मंगलं
प्रणाममहं “
🌷 काली चौदसः नारकीय यातनाओं से रक्षा
🌷➡ 18 अक्टूबर
बुधवार को नरक चतुर्दशी (काली चौदस) है ।▪ नरक चतुर्दशी (काली चौदस) के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर
तेल-मालिश (तैलाभ्यंग) करके स्नान करने का विधान है। 'सनत्कुमार
संहिता' एवं 'धर्मसिंधु' ग्रंथ के अनुसार इससे नारकीय यातनाओं से रक्षा होती है।▪ काली
चौदस और दीपावली की रात जप-तप के लिए बहुत उत्तम मुहूर्त माना गया है। नरक
चतुर्दशी की रात्रि में मंत्रजप करने से मंत्र सिद्ध होता है।▪ इस
रात्रि में सरसों के तेल अथवा घी के दिये से काजल बनाना चाहिए। इस काजल को आँखों
में आँजने से किसी की बुरी नजर नहीं लगती तथा आँखों का तेज बढ़ता है।
🌷 कर्ज-मुक्ति के लिए मासिक शिवरात्रि
🌷👉🏻 18 अक्टूबर 2017 बुधवार को मासिक शिवरात्रि है।
🙏 हर मासिक शिवरात्रि को सूर्यास्त के समय घर में बैठकर अपने गुरुदेव
का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते- करते ये 17 मंत्र बोलें, जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो, वो शिवजी के मंदिर में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोले।इससे कर्जा से मुक्ति मिलेगी
Ø 1).ॐ शिवाय नम:
Ø 2).ॐ सर्वात्मने नम:
Ø 3).ॐ त्रिनेत्राय नम:
Ø 4).ॐ हराय नम:
Ø 5).ॐ इन्द्र्मुखाय नम:
Ø 6).ॐ श्रीकंठाय नम:
Ø 7).ॐ सद्योजाताय नम:
Ø 8).ॐ वामदेवाय नम:
Ø 9).ॐ अघोरह्र्द्याय नम:
Ø 10).ॐ तत्पुरुषाय नम:
Ø 11).ॐ ईशानाय नम:
Ø 12).ॐ अनंतधर्माय नम:
Ø 13).ॐ ज्ञानभूताय नम:
Ø 14). ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:
Ø 15).ॐ प्रधानाय नम:
Ø 16).ॐ व्योमात्मने नम:
Ø 17).ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:
🙏🏻 आर्थिक परेशानी से बचने हेतु 🙏🏻
👉🏻 हर महिने में शिवरात्रि (मासिक शिवरात्रि - कृष्ण
पक्ष की चतुर्दशी) को आती है | तो उस दिन जिसके घर में आर्थिक कष्ट रहते हैं वो
शाम के समय या संध्या के समय जप-प्रार्थना करें एवं शिवमंदिर में दीप-दान करें ।
👉🏻 और रात को जब 12 बज जायें तो थोड़ी देर जाग कर जप और एक श्री हनुमान चालीसा का पाठ
करें।तो आर्थिक परेशानी दूर हो जायेगी।
🙏 प्रति वर्ष में एक महाशिवरात्रि आती है और हर महिने में एक मासिक
शिवरात्रि आती है। उस दिन शाम को बराबर सूर्यास्त हो रहा हो उस समय एक दिया पर
पाँच लंबी बत्तियाँ अलग-अलग उस एक में हो शिवलिंग के आगे जला के रखना |बैठ कर भगवान शिवजी के नाम का जप करना प्रार्थना करना, | इससे व्यक्ति के सिर पे कर्जा हो तो जल्दी उतरता है, आर्थिक परेशानियाँ दूर होती है
श्री गणेशाय नमः
💥 विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 नरक चतुर्दशी 🌷
🙏🏻 नरक चतुर्दशी के दिन चतुर्मुखी दीप का दान करने से नरक भय से मुक्ति मिलती है । एक चार मुख ( चार लौ ) वाला दीप जलाकर इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिये – ” दत्तो दीपश्वचतुर्देश्यां नरकप्रीतये मया ।चतुर्वर्तिसमायुक्तः सर्वपापापनुत्तये ॥
“👉🏻 ( नरक चतुर्दशी के दिन नरक के अभिमानी देवता की प्रसन्नता के लिये तथा समस्त पापों के विनाश के लिये मै चार बत्तियों वाला चौमुखा दीप अर्पित करता हूँ।)
🙏🏻 यद्यपि कार्तिक मास में तेल नहीं लगाना चाहिए, फिर भी नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेल-मालिश (तैलाभ्यंग) करके स्नान करने का विधान है। 'सन्नतकुमार संहिता' एवं धर्मसिन्धु ग्रन्थ के अनुसार इससे नारकीय यातनाओं से रक्षा होती है। जो इस दिन सूर्योदय के बाद स्नान करता है उसके शुभकर्मों का नाश हो जाता है।
🙏🏻 किसी को आर्थिक परेशानी या कर्जा हो तो भौम प्रदोष योग हो, उस दिन शाम को सूर्य अस्त के समय घर के आसपास कोई शिवजी का मंदिर हो तो जाए और ५ बत्ती वाला दीपक जलाये और थोड़ी देर जप करें :
👉🏻 और हर मंगलवार को ये मंगल की स्तुति करें:- ” गर्णी गर्भ शंभुतं, विधुत कान्ति समप्रभकुमारं शक्ति हस्त, मंगलं प्रणाममहं “
🙏 हर मासिक शिवरात्रि को सूर्यास्त के समय घर में बैठकर अपने गुरुदेव का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते- करते ये 17 मंत्र बोलें, जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो, वो शिवजी के मंदिर में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोले।इससे कर्जा से मुक्ति मिलेगी
👉🏻 हर महिने में शिवरात्रि (मासिक शिवरात्रि - कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी) को आती है | तो उस दिन जिसके घर में आर्थिक कष्ट रहते हैं वो शाम के समय या संध्या के समय जप-प्रार्थना करें एवं शिवमंदिर में दीप-दान करें ।
👉🏻 और रात को जब 12 बज जायें तो थोड़ी देर जाग कर जप और एक श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें।तो आर्थिक परेशानी दूर हो जायेगी।
🙏 प्रति वर्ष में एक महाशिवरात्रि आती है और हर महिने में एक मासिक शिवरात्रि आती है। उस दिन शाम को बराबर सूर्यास्त हो रहा हो उस समय एक दिया पर पाँच लंबी बत्तियाँ अलग-अलग उस एक में हो शिवलिंग के आगे जला के रखना |बैठ कर भगवान शिवजी के नाम का जप करना प्रार्थना करना, | इससे व्यक्ति के सिर पे कर्जा हो तो जल्दी उतरता है, आर्थिक परेशानियाँ दूर होती है
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